रायपुर के 16 प्राइवेट स्कूलों में छापा:मनमानी फीस वसूलने, एक ही दुकान से ड्रेस और किताबें लेने का दबाव बनाने वालों को नोटिस जारी
इस जांच के दौरान ये भी देखा गया कि स्कूलों ने फीस में 8 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी तो नहीं की है। स्कूलों में आग बुझाने के यंत्र, पेय जल, शौचालयों की साफ-सफाई, अध्यापन कक्ष की व्यवस्था, शिक्षकों एवं बच्चों की उपस्थिति समेत बच्चों के (कोविड-19) टीकाकरण का भी निरीक्षण किया गया।
अफसरों ने जांच में पाया कि अभनपुर के नवकार पब्लिक स्कूल में 8 प्रतिशत से अधिक फीस लेना पाया गया। इस संबंध में संबंधित शाला प्रबंधक और अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया है। इसी तरह गोबरा नवापारा स्थित KPS स्कूल द्वारा निरीक्षण टीम को कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया जा सका। उन्हें तत्काल नोटिस देते हुए समस्त दस्तावेज के साथ कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। रायपुर की कांगेर वैली एकेडमी ने किताबें और यूनिफॉर्म के लिए एक ही दुकान सेट कर रखी थी, फीस से जुड़े दस्तावेज भी पेश नहीं किए गए इस स्कूल को भी नोटिस जारी किया गया है।
विद्यालय रेडिएंट-वे स्कूल के निरीक्षण में मान्यता से जुड़े दस्तावेज नहीं मिले। स्कूल वाले ही किताबें बेचते मिले। स्वामी आत्मानंद विद्यापीठ तिल्दा को कक्षा नर्सरी से आठवीं तक मान्यता दी गई है। यहां RTE के अन्तर्गत नर्सरी कक्षा के स्थान पर KG-1 में प्रवेश दिया जाना पाया गया। कृष्णा पब्लिक स्कूल, डूण्डा रायपुर में मान्यता संबंधी एवं अन्य दस्तावेज का रख-रखाव सही तरीके से नहीं मिला। जिसके बाद इन्हें भी नोटिस जारी किया गया। छत्तीसगढ़ नगर के भामाशाह स्कूल में क्लासरूम और प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी पाई गई। शासन द्वारा स्कूल को उपलब्ध कराई गई पाठ्य पुस्तकों का वितरण भी बच्चों को नहीं किया गया। अफसरों ने कहा कि इन सभी स्कूलों को अव्यवस्था दूर करने और नोटिस का जवाब 15 दिनों में देने काे कहा गया है। ये कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।